धर्मशाला के तपोवन विधानसभा परिसर में शनिवार को राष्ट्रमंडल संसदीय संघ (CPA) भारत क्षेत्र-॥ के वार्षिक सम्मेलन का भव्य शुभारंभ हुआ। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू, विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया, राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश, संसदीय कार्य मंत्री हर्षवर्धन चौहान तथा विधानसभा उपाध्यक्ष विनय कुमार के साथ दीप प्रज्वलित कर इस दो दिवसीय आयोजन की शुरुआत की।
विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने अपने स्वागत भाषण में इस ऐतिहासिक सम्मेलन के आयोजन को तपोवन के गौरवपूर्ण इतिहास में एक स्वर्णिम अध्याय बताया। उन्होंने कहा कि सम्मेलन में जिन विषयों पर चर्चा होनी है, वे भारतीय लोकतांत्रिक व्यवस्था को सशक्त करने की दिशा में मील का पत्थर साबित होंगे। उन्होंने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से आग्रह किया कि तपोवन विधानसभा भवन को राष्ट्रीय ई-विधान अकादमी के रूप में विकसित करने की संभावनाएं तलाशी जाएं, जिससे भविष्य में राष्ट्र स्तरीय आयोजन यहां नियमित रूप से हो सकें।
पठानिया ने यह भी उल्लेख किया कि पिछले वर्ष राष्ट्रीय ई-विधान का शुभारंभ भी तपोवन से ही हुआ था। समारोह में ओम बिरला, मुख्यमंत्री सुक्खू, राज्यसभा उपसभापति हरिवंश और संसदीय कार्य मंत्री हर्षवर्धन चौहान को हिमाचली शॉल और टोपी पहनाकर सम्मानित किया गया।
इससे पहले सुबह विधानसभा अध्यक्ष पठानिया ने लोकसभा अध्यक्ष का होटल हयात में गुलदस्ता भेंट कर स्वागत किया। सम्मेलन में पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और हिमाचल प्रदेश सहित उत्तर प्रदेश, कर्नाटक और तेलंगाना के विधानसभा अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, मुख्य सचेतक, उप मुख्य सचेतक और विधायकगण विशेष आमंत्रितों के रूप में भाग ले रहे हैं।
समारोह के उपरांत दोपहर 3 बजे आयोजित प्रथम सत्र में “राज्य के विकास की तुलना में राज्य के संसाधनों के प्रबंधन में विधायिका की भूमिका” विषय पर विचार-विमर्श हुआ, जिसमें विभिन्न राज्यों के प्रतिनिधियों ने अपने विचार और सुझाव प्रस्तुत किए।
यह सम्मेलन दो दिन तक चलेगा और समापन समारोह 1 जुलाई को राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल की उपस्थिति में आयोजित किया जाएगा। समारोह में हिमाचल विधानसभा के मंत्रीमंडल के सदस्य और कुल 20 माननीय विधायक भी उपस्थित रहे।