रोज़गारोन्मुख शिक्षा के ज़रिये युवाओं को मिल रहा भविष्य निर्माण का अवसर: धर्माणी

Date:

Share post:

धर्मशाला के नगरोटा में स्वर्गीय जीएस बाली की जयंती के अवसर पर आयोजित बाल मेले के दूसरे दिन एक मेगा मेडिकल कैंप का शुभारंभ करते हुए हिमाचल प्रदेश के तकनीकी शिक्षा मंत्री राजेश धर्माणी ने कहा कि राज्य सरकार युवाओं को रोज़गारोन्मुख शिक्षा और प्रशिक्षण उपलब्ध कराने को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार का मुख्य उद्देश्य युवाओं को निजी क्षेत्र की मांग के अनुरूप तैयार करना है ताकि उन्हें समय पर और सुलभ रूप से रोज़गार प्राप्त हो सके।

राजेश धर्माणी ने स्वर्गीय जीएस बाली के योगदान को याद करते हुए कहा कि राज्य में तकनीकी शिक्षा और परिवहन के क्षेत्र में उनके प्रयासों का ही परिणाम है कि आज हिमाचल प्रदेश उन सुविधाओं का लाभ उठा रहा है। इसी योगदान को सम्मान देने के लिए कांगड़ा के बहुतकनीकी संस्थान का नाम उनके नाम पर रखा गया है।

धर्माणी ने कहा कि प्रदेश सरकार कौशल विकास को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए सतत प्रयास कर रही है। मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू की अगुवाई में बच्चों को आधुनिक तकनीकों और सूचना प्रौद्योगिकी में दक्ष बनाने के लिए कई योजनाएं कार्यान्वित की जा रही हैं। उन्होंने बताया कि सेमिकंडक्टर क्षेत्र में संभावनाओं को देखते हुए प्रदेश सरकार इस दिशा में भी कार्य कर रही है। इसके तहत इंजीनियरिंग कॉलेजों के 20 प्रशिक्षकों को आईआईटी रोपड़ और दिल्ली में सेमिकंडक्टर इकोसिस्टम का प्रशिक्षण दिया गया है ताकि भविष्य में राज्य में सेमिकंडक्टर उद्योग की स्थापना की जा सके।

तकनीकी शिक्षा मंत्री ने यह भी बताया कि मशीन लर्निंग जैसे आधुनिक क्षेत्रों में भी युवाओं को प्रशिक्षित किया जा रहा है। बहुतकनीकी और इंजीनियरिंग संस्थानों के संकाय सदस्यों और विद्यार्थियों को भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान, ऊना में विशेष प्रशिक्षण प्रदान किया गया है।

राज्य की भौगोलिक और आपदाजनक परिस्थितियों को देखते हुए सरकार ड्रोन प्रौद्योगिकी को भी बढ़ावा दे रही है। 11 औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों में ड्रोन तकनीक का प्रशिक्षण जारी है, जिसमें 128 प्रशिक्षु लाभान्वित हो रहे हैं। यह तकनीक आपदा प्रबंधन में कारगर सिद्ध हो रही है और हिमाचल को एक उभरते आईटी हब के रूप में स्थापित करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है।

प्रदेश में इस समय 363 तकनीकी और औद्योगिक संस्थान सक्रिय हैं और युवाओं को बेहतर प्लेसमेंट दिलाने के लिए रोजगार मेले और कैंपस इंटरव्यू का भी नियमित आयोजन किया जा रहा है। धर्माणी ने कहा कि सरकार का उद्देश्य केवल शिक्षा देना नहीं, बल्कि युवाओं को आत्मनिर्भर और रोज़गार योग्य बनाना है, ताकि हिमाचल तकनीकी समृद्धि की दिशा में तेजी से आगे बढ़ सके।

यह एक ऑटो वेब-जनरेटेड न्यूज़ वेब स्टोरी है।
#RajeshDharmani #TechnicalEducation #SkillDevelopment #HimachalYouth #SemiconductorJobs #DroneTraining #GSBaliLegacy #HimachalEmployment #DigitalHimachal

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

spot_img

Related articles

Chandigarh Police Bust Inter-State Fake Currency Racket, Seize Counterfeit Notes Worth Over ₹7.17 Lakh

In a major crackdown on organised financial crime, Chandigarh Police have unearthed a sophisticated inter-state fake currency racket...

हिसार में नर्सिंग कॉलेज विवाद गहराया, छात्राओं ने यौन व मानसिक उत्पीड़न के गंभीर आरोप लगाए

हरियाणा के हिसार जिले के नारनौंद थाना क्षेत्र स्थित खुशी कॉलेज ऑफ नर्सिंग, कागसर में कथित अनियमितताओं और...

मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने अंबाला–कुरुक्षेत्र मार्ग पर गुरु के लंगर में की सेवा

अंबाला से कुरुक्षेत्र प्रस्थान के दौरान हाईवे पर लगे गुरु के लंगर में सेवा करने का अवसर मिलना...

₹500-Crore Central Budget Boost to Put Rakhigarhi on the Global Heritage Map: Haryana CM Nayab Singh Saini

Rakhigarhi, one of the world’s oldest known centres of the Indus–Saraswati civilisation, is set to receive unprecedented national...