फरीदाबाद में 14 अगस्त को मनाया जाएगा राज्य स्तरीय विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस- मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी

Date:

Share post:

हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि देश के विभाजन में अपनी जान गवांने वाले जाने अनजाने लोगों की स्मृति में राज्य स्तरीय विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस इस वर्ष 14 अगस्त को फरीदाबाद में मनाया जाएगा। उन्होंने ने कहा कि यह एक ऐतिहासिक कार्यक्रम होगा,जिसमें प्रदेशभर से समाज के सभी वर्गों के लोग भारी संख्या में भाग लेंगे।

मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के आयोजन को लेकर आज यहां आयोजित एक बैठक को संबोधित कर रहे थे।

 उन्होंने कहा कि राज्य स्तरीय कार्यक्रम से पूर्व, एक पखवाड़े तक प्रदेशभर में विभिन्न स्थानों पर विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।

पूर्वजों के बलिदानों के बारे में जानकारी हासिल कर प्रेरणा लें युवा

उन्होंने कहा कि राज्य स्तरीय विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस का आयोजन हरियाणा सरकार और पंचनद ट्रस्ट के संयुक्त तत्वाधान में किया जाएगा, जिसमें विभाजन की विभीषिका में जान गंवाने वाले पूर्वजों को भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी जाएगी। उन्होंने आह्वान किया कि इस समारोह में लोग अपने बेटे और बेटियों को अवश्य लेकर आए ताकि वे अपने पूर्वजों के बलिदानों के बारे में जानकारी हासिल करें और उनसे प्रेरणा ले सकें।

उन्होंने पंचनद ट्रस्ट से भी आह्वान करते हुए कहा कि ट्रस्ट विभाजन की इस त्रासदी के गवाह रहे बुजुर्गों के संस्मरण को रिकॉर्ड कर उन्हें इतिहास के रूप में संजोए, ताकि हमारी युवा पीढ़ी जान सके कि विभाजन के समय किस प्रकार हमारे बुजुर्गों ने इस भंयकर त्रासदी को झेला जिसे सुनकर आज भी रूह कांप जाती है।

प्रधानमंत्री ने ‘विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस’ मनाने की की थी घोषणा

मुख्यमंत्री ने कहा कि  प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने भारत के विभाजन को 20वीं शताब्दी की सबसे बड़ी त्रासदी मानते हुए 15 अगस्त, 2021 को स्वतंत्रता दिवस पर आजादी के अमृत महोत्सव का शुभारंभ करते हुए इस विभाजन में अपनी जान गंवाने वाले लोगों की याद में ‘विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस’ मनाने की घोषणा की थी। तब से हर वर्ष 14 अगस्त को ‘विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस’ मनाया जाता है।

उन्होंने कहा कि 1947 में भारत की आजादी की प्रक्रिया चल रही थी तो उस दिन देश का विभाजन भी किया गया था। इस तरह हमें आजादी की भारी कीमत चुकानी पड़ी। हमारा देश तो बंट ही गया, दोनों तरफ के करोड़ों लोग उजड़ गए और लाखों दंगों में मारे भी गए। माताओं-बहनों पर भारी अत्याचार किए गए। आज भी उस मंजर को याद करके मानवता की रूह कांप जाती है। उन्होंने कहा कि उस रक्तपात में न जाने कितने बेकसूर लोग मारे गए। हमें उस त्रासदी के बारे में सोचकर इतनी पीड़ा हो रही है, तो सोचिए जिन लोगों ने उस त्रासदी को झेला है, उन पर क्या बीती होगी।

बंटवारे के बाद जहां गए वहां की समृद्धि में दिया उल्लेखनीय योगदान

मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि यह स्मृति दिवस हमें बंटवारे के कारण जान गंवाने वाले अपने पूर्वजों की याद तो दिलाता है। लेकिन उन्हें गर्व है कि भारत मां के उन सपूतों ने किसी का भय नहीं माना, किसी लालच में नहीं आए और अपने देश, धर्म और स्वाभिमान के लिए अनेक यातनाएं सही। यही नहीं, जहां गए वहां की खुशहाली और समृद्धि में उल्लेखनीय योगदान दिया। अपनी मेहनत से उस इलाके को आर्थिक रूप से समृद्ध करने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई।

विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस देता है भाईचारे का संदेश

उन्होंने कहा कि यह विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस हमें भाईचारे का संदेश भी देता है। यह दिन हमें याद दिलाता रहेगा कि सामाजिक एकता के सूत्र टूटते हैं तो देश भी टूट जाया करते हैं। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने इस दिन को मनाने की घोषणा इसी उद्देश्य से की थी कि हर भारतवासी अपने इतिहास से सबक लेकर स्वर्णिम भविष्य के लिए राष्ट्र की एकता के प्रति समर्पित हों। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर अपील करते हुए कहा कि आज सभी समाज में प्रेम, प्यार, भाईचारे को मजबूत करने का संकल्प लें।

विधानसभा के उपाध्यक्ष डॉ. कृष्ण लाल मिड्ढा ने कहा कि देश के विभाजन विभीषिका में हमारे पूर्वजों ने ऐसी अनेक पीड़ाएं सही, जिन्हें बयां नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि ये अत्यंत दुख का विषय है कि आजादी के बाद से लेकर 2014 तक किसी ने उनकी सुध नहीं ली। परंतु प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने विभाजन में अपनी जान गंवाने वाले उन लोगों की सुध ली और उनकी याद में विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस मनाने की घोषणा की। इसी कड़ी में राज्य सरकार द्वारा वर्ष 2022 से प्रतिवर्ष विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस मनाया जा रहा है।

बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष श्री मोहन लाल कौशिक ने कहा कि विभाजन के समय अनेक परिवारों को इस त्रासदी को झेलना पड़ा। उन्होंने कहा कि हमारे पूर्वजों ने धर्म की रक्षा के लिए अनेक पीड़ाएं सहीं और अपनी युवा पीढ़ी को इससे अवगत करवाना  हम सब का कर्तव्य है।

महामंडलेश्वर स्वामी धर्मदेव जी महाराज ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी हरियाणा के 2.80 करोड़ लोगों के उज्जवल भविष्य के लिए समर्पित भाव से कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि 14 अगस्त को फरीदाबाद में आयोजित होने वाला राज्यस्तरीय विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस ऐतिहासिक होगा। स्वामी धर्मदेव जी महाराज ने सुझाव दिया कि विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के कार्यक्रमों की जानकारी शैक्षणिक संस्थानों में पढ़ रहे बच्चों तक पहुंचाई जाए, ताकि विद्यार्थी भी इतिहास के इस पहलू से वाकिफ हो सके।

इस अवसर पर विधायक विनोद भ्याणा, घनश्याम दास अरोड़ा, पूर्व मंत्री एवं पंचनद ट्रस्ट हरियाणा के अध्यक्ष श्री सुभाष सुधा, श्रीमती सीमा त्रिखा, श्री मनीष ग्रोवर तथा श्री शशिपाल मेहता, पूर्व चेयरमैन श्री जगदीश चोपडा, मुख्यमंत्री के ओएसडी श्री बीबी भारती सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

spot_img

Related articles

नौ दिन बाद हुआ एडीजीपी वाई पूरन कुमार का पोस्टमार्टम, शाम 4 बजे सेक्टर-25 श्मशानघाट में होगा अंतिम संस्कार

हरियाणा के एडीजीपी (ADGP) और वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी वाई पूरन कुमार की मौत मामले में नौ दिन बाद...

When Duty Breaks the Person: Why the Twin Suicides in Haryana Demand an Urgent Mental-health Reckoning

The back-to-back deaths of two serving Haryana police personnel — ADGP Y. Puran Kumar and, days later, ASI...

A Deep Rot in the System: Two Suicides, One Disturbing Pattern Exposing the Nexus Between Power and Crime in Haryana

Haryana’s law enforcement and administrative machinery stand shaken as back-to-back suicides of ADGP Y. Puran Kumar and ASI...

Nine Days After ADGP Y. Puran Kumar’s Death, Family Agrees to Post-Mortem at Chandigarh PGI

In a major development in the case surrounding the death of Haryana ADGP and IPS officer Y. Puran...