हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि राज्य की आर्थिक प्रगति की असली तस्वीर सटीक आंकड़ों से ही स्पष्ट होती है। उन्होंने बताया कि वर्ष 2014-15 में हरियाणा की जीडीपी 4 लाख 37 हजार करोड़ रुपये थी, जो 2024-25 में बढ़कर 12 लाख 13 हजार करोड़ रुपये तक पहुंच गई है। इसी अवधि में प्रदेश की प्रति व्यक्ति आय 1 लाख 47 हजार रुपये से बढ़कर 3 लाख 53 हजार रुपये हो गई है, जो बताता है कि सटीक डाटा के आधार पर बनाई गई नीतियां जनता तक सीधे लाभ पहुंचा रही हैं और विकास को नई गति दे रही हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि डाटा के महत्व को समझते हुए हरियाणा सरकार ने कई डाटा सेंटर स्थापित करने की पहल की है। इसी कड़ी में नारायणगढ़ में 11 अगस्त 2025 से ‘ऑनलाइन पेपरलेस डीड रजिस्ट्रेशन’ का पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया गया है, जो शासन में पारदर्शिता और दक्षता की दिशा में बड़ा कदम है। उन्होंने जोर देकर कहा कि यदि स्थानीय स्तर पर शासन को सशक्त बनाना है तो सटीक आंकड़े, गांव, वार्ड और मोहल्ले स्तर पर अपडेटिड रिकॉर्ड, जनता की भागीदारी और आधुनिक तकनीक जैसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग व डिजिटल टूल्स का प्रयोग जरूरी है, ताकि योजनाओं की निगरानी और क्रियान्वयन और प्रभावी ढंग से हो सके।
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