महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती श्रुति चौधरी ने कहा कि तीज का उत्सव महिला सशक्तिकरण के लिए संकल्प लेने का अवसर है। आज हम यह प्रण लेते हैं कि हर बेटी को सम्मान, हर माँ को सुरक्षा और हर बच्चे को अवसर देना हमारी प्राथमिकता रहेगी। उन्होंने गर्व के साथ बताया कि ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ अभियान की शुरुआत स्वयं प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने हरियाणा की धरती से की थी। जब 2015 में यह योजना शुरू हुई, उस समय हरियाणा में लिंगानुपात की स्थिति चिंताजनक थी। लेकिन निरंतर प्रयासों और योजनाओं के प्रभाव से अब इस असंतुलन में काफी सुधार आया है।
श्रीमती चौधरी ने कहा कि सरकार द्वारा महिलाओं और बच्चों के लिए कई कल्याणकारी योजनाएं चलाई जा रही हैं। मुख्यमंत्री दूध उपहार योजना, प्रोटीन बार योजना, आंगनबाड़ी केंद्रों को स्मार्ट क्लासरूम में बदलने की योजना, पोषण कार्यक्रम इत्यादि के माध्यम से महिलाओं और बच्चों के कल्याण के लिए काम किया जा रहा है।
उन्होंने उपस्थित जनसमूह से आह्वान किया कि हम सब मिलकर यह संकल्प लें कि शिक्षा बने हर बचपन की पहचान, सम्मान बने हर माँ-बेटी का अभिमान ताकि तकनीक व नवाचार के साथ हरियाणा नारी शक्ति का प्रतीक बने।
समारोह के दौरान पूर्व मंत्री श्री असीम गोयल ने मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी का स्वागत करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री हरियाणा के हर नागरिक को अपना परिवार मानकर कार्य करते हैं। उन्होंने कहा कि तीज का पर्व हरियाली, समृद्धि और सांस्कृतिक एकता का प्रतीक है।
कार्यक्रम के दौरान सूचना, जनसंपर्क, भाषा एवं संस्कृति विभाग के महानिदेशक श्री के मकरंद पांडुरंग ने मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी को स्मृति चिन्ह भेंट किया। इसके अलावा, मुख्यमंत्री ने महिलाओं को कोथली भेंट की।
इस अवसर पर राज्य मंत्री श्री राजेश नागर, भाजपा प्रदेशाध्यक्ष श्री मोहन लाल कौशिक सहित बड़ी संख्या में महिलाएं और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।