शिरोमणि कमेटी से तख़्त पटना साहिब, हज़ूर साहिब, दिल्ली, हरियाणा कमेटियों व सिख स्टूडेंट्स फेडरेशन को प्रतिनिधित्व देने की अपील – प्रो. सरचंद सिंह ख्याला

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अमृतसर, कुमार सोनी सिख स्टूडेंट्स फेडरेशन (मेहता) के पूर्व अध्यक्ष व पंजाब भाजपा के प्रवक्ता प्रो. सरचंद सिंह ख्याला ने शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी से मांग की है कि श्री अकाल तख़्त साहिब के जथेदार संबंधी सेवा नियम बनाने हेतु गठित 34 सदस्यीय समिति का विस्तार किया जाए।
प्रो. ख्याला ने कहा कि जथेदार का कार्यक्षेत्र समूचे वैश्विक सिख समाज से जुड़ा होता है, तख़्त हरिमंदर जी पटना साहिब प्रबंधक कमेटी, तख़्त सचखंड श्री हज़ूर साहिब प्रबंधक कमेटी, दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी, हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी और सिख स्टूडेंट्स फेडरेशन जैसे सक्रिय पंथक संगठनों को बाहर रखना यह दर्शाता है कि या तो राजनीतिक मतभेदों के कारण दूरी बनाई जा रही है, या यह एकतरफा सोच का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि इन संस्थाओं को बाहर रखना राजनीतिक दूरी या पक्षपात का संकेत देता है, जबकि जथेदार संबंधी नियम पूरे पंथ की राय और सहमति से बनने चाहिएं। ऐसे निर्णयों में हर धारा की प्रतिनिधिक भागीदारी पंथक एकता के लिए अत्यंत आवश्यक है। अतः यह आवश्यक है कि तख़्त श्री पटना साहिब, तख़्त श्री हज़ूर साहिब, दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी, हरियाणा सिख गुरुद्वारा कमेटी और सिख स्टूडेंट्स फेडरेशन जैसी प्रमुख संस्थाओं को भी इस समिति में शामिल किया जाए। उन्होंने चेताया कि यदि इन प्रतिष्ठित संस्थाओं को नजरअंदाज़ किया गया तो यह पंथक एकता और श्री अकाल तख़्त साहिब के प्रति उनकी निष्ठा पर प्रश्नचिन्ह खड़ा कर सकता है। इसलिए, मैं अपील करता हूँ कि ऐसी तमाम महत्वपूर्ण और योग्यता रखने वाली संस्थाओं को, जिन्हें इस समिति में स्थान नहीं मिला, उन्हें भी यथाशीघ्र जोड़ा जाए। यदि किसी अन्य योग्य संस्था का भी नाम छूट गया है तो उसका समावेश भी गंभीरता से विचारणीय है। इससे पंथक एकता को मजबूती मिलेगी और संपूर्ण पंथ एकमत होकर श्री अकाल तख़्त साहिब की सर्वोचता के अंतर्गत सेवा, प्रचार और प्रसार के कार्य में जुटा रहेगा।

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