स्थानीय संस्कृति के संरक्षण की दिशा में एसजेवीएन का सराहनीय कदम: श्री देवता महारूद्र काजल जी की प्राचीन कोठी के जीर्णोद्धार का हुआ वर्चुअल शिलान्यास

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झाकड़ी, 21 जुलाई 2025 — हिमाचल प्रदेश के शिमला जिले की तहसील रामपुर के अंतर्गत आने वाले गांव गसो, पंचायत झाकड़ी में स्थित श्री देवता महारूद्र काजल जी की ऐतिहासिक कोठी अब एक नई पहचान की ओर अग्रसर है। इस प्राचीन धरोहर के जीर्णोद्धार हेतु एसजेवीएन (सतलुज जल विद्युत निगम) द्वारा कॉर्पोरेट सामाजिक दायित्व (CSR) नीति के तहत वित्तीय सहायता प्रदान की जा रही है। इसी क्रम में आज वर्चुअल माध्यम से इस कोठी के जीर्णोद्धार कार्य का शुभारंभ निदेशक (कार्मिक) एवं एसजेवीएन फाउंडेशन के अध्यक्ष श्री अजय कुमार शर्मा ने किया।

इस अवसर पर अपने संबोधन में श्री शर्मा ने कहा कि एसजेवीएन केवल एक सार्वजनिक उपक्रम भर नहीं है, बल्कि यह अपने परियोजना क्षेत्रों के आसपास के समुदायों की सामाजिक, सांस्कृतिक और आर्थिक प्रगति में भी साझेदार है। उन्होंने बताया कि निगम की सामाजिक उत्तरदायित्व नीति के तहत चलाए जा रहे विभिन्न कार्यक्रमों का उद्देश्य केवल बुनियादी सुविधाएं देना ही नहीं, बल्कि क्षेत्रीय सांस्कृतिक विरासत को भी संरक्षित और संवर्धित करना है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि श्री देवता महारूद्र काजल जी की कोठी का जीर्णोद्धार इसी दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है, जो स्थानीय आस्था और पहचान को एक नई ऊर्जा देगा।

उन्होंने मंदिर समिति से अनुरोध किया कि इस परियोजना को तय समय में पूरा करने हेतु समर्पण भाव से कार्य करें ताकि स्थानीय जनता शीघ्र ही इस नवनिर्मित धरोहर से जुड़ाव महसूस कर सके। श्री शर्मा ने विश्वास दिलाया कि एसजेवीएन भविष्य में भी इस प्रकार के प्रयासों में निरंतर सहयोग करता रहेगा।

वर्चुअल शिलान्यास कार्यक्रम के दौरान एनजेएचपीएस के परियोजना प्रमुख श्री आशुतोष बहुगुणा ने निदेशक महोदय की ओर से शिलान्यास पट्टिका का अनावरण किया। उन्होंने ग्रामवासियों की सराहना करते हुए कहा कि गसो ग्राम के निवासियों ने इस सांस्कृतिक कार्य में तन, मन और धन से जो योगदान दिया है, वह अनुकरणीय है। उन्होंने पंचायत प्रधानों द्वारा निरंतर जनहित में किए जा रहे प्रयासों की भी प्रशंसा की।

परियोजना प्रमुख ने इस अवसर पर यह भी बताया कि नाथपा झाकड़ी जल विद्युत परियोजना द्वारा परियोजना प्रभावित पंचायतों में वर्षों से शिक्षा, स्वास्थ्य, बुनियादी सुविधाओं और सांस्कृतिक संरक्षण के लिए अनेक योजनाएं चलाई जा रही हैं। श्री बहुगुणा ने मंदिर कमेटी का आभार व्यक्त किया कि उन्होंने एनजेएचपीएस प्रबंधन को इस धार्मिक आयोजन में भाग लेने का सुअवसर प्रदान किया।

कार्यक्रम में एसजेवीएन के महाप्रबंधक श्री राजीव कपूर, उप महाप्रबंधक श्री ज्ञान चंद ठाकुर, श्रीमती कौशल्या देवी, श्री मनीष शर्मा और श्री बृजराज उपाध्याय सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे। इस आयोजन की गरिमा को बढ़ाने के लिए ग्राम पंचायत झाकड़ी की प्रधान श्रीमती सुषमा देवी, ग्राम पंचायत सनारसा के प्रधान श्री मस्त राम, मंदिर कमेटी के प्रधान श्री हिरा सिंह और महासचिव श्री हरी ओम के साथ समस्त ग्रामवासी भी मौजूद रहे।

यह कार्यक्रम न केवल सांस्कृतिक धरोहर के संरक्षण की दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि कैसे एक सार्वजनिक क्षेत्र का उपक्रम जनभागीदारी से स्थानीय समाज के विकास और सांस्कृतिक पुनरुत्थान में सकारात्मक भूमिका निभा सकता है।

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