हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि खिलाड़ियों का अंतिम लक्ष्य ओलंपिक खेलों में पदक जीतना होना चाहिए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्ष 2036 के ओलंपिक खेलों में भारत को खेल महाशक्ति के रूप में स्थापित करने का लक्ष्य रखा है और प्रदेश सरकार इस दिशा में अभी से तैयारियों में जुटी हुई है। मुख्यमंत्री पंचकूला में आयोजित योनेक्स-सनराइज अश्वनी गुप्ता मेमोरियल ऑल इंडिया सब-जूनियर रैंकिंग बैडमिंटन टूर्नामेंट 2025 के उद्घाटन समारोह को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने टूर्नामेंट का शुभारंभ किया और अपने स्वैच्छिक कोष से स्पोर्ट्स प्रमोशन सोसाइटी, पंचकूला को 11 लाख रुपये देने की घोषणा की।
इस प्रतियोगिता में विभिन्न राज्यों से आए करीब 2000 प्रतिभागी हिस्सा ले रहे हैं। मुख्यमंत्री ने सभी खिलाड़ियों का हरियाणा में स्वागत करते हुए कहा कि जीत और हार खेल का हिस्सा हैं, लेकिन जज्बा और खेल भावना ही किसी खिलाड़ी को महान बनाती है। उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों को यह नहीं भूलना चाहिए कि उनकी मंजिल केवल राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताएँ नहीं बल्कि ओलंपिक पदक जीतना है।
मुख्यमंत्री ने हरियाणा को देश का “स्पोर्ट्स हब” बताते हुए कहा कि प्रदेश के खिलाड़ियों ने लगातार अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में शानदार प्रदर्शन कर देश और राज्य का नाम ऊंचा किया है। उन्होंने पेरिस ओलंपिक 2024 का उल्लेख करते हुए कहा कि भारत द्वारा जीते गए 6 पदकों में से 5 हरियाणा के खिलाड़ियों ने हासिल किए। इसी तरह टोक्यो ओलंपिक 2020 में भारत के कुल 7 पदकों में से 4 हरियाणा के हिस्से आए। एशियाई खेलों और राष्ट्रमंडल खेलों में भी हरियाणा के खिलाड़ियों का प्रदर्शन सराहनीय रहा है।
उन्होंने कहा कि पिछले एक दशक में खेलों के बुनियादी ढांचे के विकास पर विशेष ध्यान दिया गया है। प्रदेश में स्टेडियम, इनडोर हॉल और रेजिडेंशियल स्पोर्ट्स एकेडमीज का निर्माण कर खिलाड़ियों को आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं। इसके साथ ही “खेलों की नर्सरी” योजना के तहत 1,489 खेल नर्सरियों में 37,225 खिलाड़ी प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं। 8 से 14 वर्ष के खिलाड़ियों को 1500 रुपये और 15 से 19 वर्ष के खिलाड़ियों को 2000 रुपये मासिक वित्तीय सहायता दी जा रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा सरकार ने खिलाड़ियों के सुरक्षित भविष्य और रोजगार को सुनिश्चित करने के लिए “हरियाणा उत्कृष्ट खिलाड़ी सेवा नियम 2021” बनाए हैं। इसके अंतर्गत खेल विभाग में 550 नए पद सृजित किए गए और अब तक 224 अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों को सरकारी नौकरी प्रदान की जा चुकी है। साथ ही क्लास-वन से क्लास-थ्री तक के पदों पर खिलाड़ियों को सीधी भर्ती में आरक्षण का लाभ भी दिया जा रहा है।
बैडमिंटन को एक रणनीति, गति और सहनशक्ति का संगम बताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह खेल शारीरिक कौशल के साथ-साथ मानसिक दृढ़ता और अनुशासन को भी मजबूत करता है। उन्होंने महान बैडमिंटन खिलाड़ियों—प्रकाश पादुकोण, पुलेला गोपीचंद, साइना नेहवाल, पी.वी. सिंधु और लक्ष्य सेन—का उल्लेख करते हुए कहा कि इन खिलाड़ियों ने भारत को वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाई और लाखों युवाओं को प्रेरित किया है।
मुख्यमंत्री ने सभी खिलाड़ियों से एक टीम भावना के साथ खेलने, एक-दूसरे से सीखने और सहयोग करने का आह्वान किया। इस अवसर पर उन्होंने स्वयं बैडमिंटन खेलकर खिलाड़ियों का उत्साह बढ़ाया। कार्यक्रम में पूर्व विधानसभा अध्यक्ष और स्पोर्ट्स प्रमोशन सोसाइटी पंचकूला के चेयरमैन श्री ज्ञानचंद गुप्ता ने कहा कि सोसाइटी पिछले 15 वर्षों से युवाओं को खेलों से जोड़कर उन्हें नशे से दूर रखने का प्रयास कर रही है और प्रतिवर्ष विभिन्न खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन कर खिलाड़ियों को सम्मानित करती है।