हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने स्पष्ट किया कि प्रत्येक नागरिक को पर्याप्त और सुरक्षित पेयजल उपलब्ध कराना सरकार की जिम्मेदारी है और इस दिशा में राज्य सरकार लगातार ठोस कदम उठा रही है। उन्होंने कहा कि रोहतक सहित प्रदेश के सभी शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में जल आपूर्ति व्यवस्था को सुदृढ़ किया जा रहा है ताकि किसी भी नागरिक को पानी की कमी का सामना न करना पड़े।
मुख्यमंत्री वीरवार को हरियाणा विधानसभा के शीतकालीन सत्र के पहले दिन विभिन्न विधायकों द्वारा पूछे गए सवालों का जवाब दे रहे थे। रोहतक शहर में पेयजल आपूर्ति से जुड़े प्रश्न पर उन्होंने बताया कि नगर निगम रोहतक की 16 एकड़ भूमि पर जलाशय निर्माण के लिए विभागीय हस्तांतरण का प्रस्ताव प्रक्रिया में है। इसके साथ ही सोनीपत रोड स्थित एक खराब पंप की क्षमता बढ़ाने और उसे दुरुस्त करने का कार्य भी किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने आश्वस्त किया कि रोहतक क्षेत्र में पानी की कमी नहीं आने दी जाएगी और सरकार इस विषय को लेकर पूरी गंभीरता से कार्य कर रही है।
इसी सत्र के दौरान मुख्यमंत्री ने बाढ़ से प्रभावित किसानों के मुद्दे पर भी सरकार का पक्ष रखा। उन्होंने कहा कि हालिया बाढ़ की स्थिति को सरकार ने अत्यंत गंभीरता से लिया और उन्होंने स्वयं प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर किसानों से संवाद किया था। बाढ़ के कारण खेतों में जमा हुई रेत के उठान को लेकर सरकार ने मौके पर टीमें भेजकर स्थिति की जांच करवाई। जांच में पाया गया कि अधिकांश स्थानों पर रेत की मात्रा अधिक नहीं थी और जहां रेत आई भी, वह मुख्यतः रिवर-बेड तक सीमित रही।
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि जिन खेतों में नुकसान हुआ था, वहां सरकार द्वारा मुआवजा दिया गया है और यदि कहीं वास्तव में अधिक रेत पाई जाती है, तो सरकार उसके उठान की अनुमति देने के लिए भी तैयार है। उन्होंने दोहराया कि भाजपा सरकार की प्राथमिकता किसानों का हित है और किसी भी आपदा या नुकसान की स्थिति में सरकार हर छोटे-बड़े नुकसान की भरपाई करने के लिए किसानों के साथ खड़ी है।
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि चाहे पेयजल की व्यवस्था हो या प्राकृतिक आपदाओं से प्रभावित किसानों की सहायता, सरकार की नीति स्पष्ट है — जनता और किसान दोनों की समस्याओं का समाधान समयबद्ध और संवेदनशील तरीके से किया जाएगा।

