चंडीगढ़ के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी और डीजीपी डॉ. सागरप्रीत हुड्डा ने स्पष्ट किया है कि एडीजीपी वाई पूरन कुमार की आत्महत्या के मामले में उनके परिवार की सहमति के बिना पोस्टमार्टम नहीं किया जाएगा। डीजीपी ने बताया कि पोस्टमार्टम के लिए डॉक्टरों का विशेष पैनल तैयार किया जाएगा, लेकिन फिलहाल परिवार ने कुछ मांगें रखी हैं और अभी तक सहमति नहीं दी है। इसी कारण शव का अंतिम संस्कार भी टल गया है और शव की सुरक्षा के लिए पीजीआई में पुलिस तैनात है.
शुक्रवार रात प्रशासनिक बैठक में गृह सचिव सुमिता मिश्रा ने मृतक की पत्नी एवं आईएएस अधिकारी अमनीत पी कुमार के साथ बैठक कर पोस्टमार्टम और आगे की कार्रवाई पर विचार-विमर्श किया। परिवार का आरोप है कि बिना अनुमति के शव को शिफ्ट किया गया है और वे मांग कर रहे हैं कि उचित जांच और कार्रवाई के बाद ही पोस्टमार्टम की प्रक्रिया हो।
इधर, कांग्रेस पार्टी के कई वरिष्ठ नेता वाई पूरन कुमार को श्रद्धांजलि देने चंडीगढ़ पहुंचे हैं। महासचिव रणदीप सुरजेवाला, सांसद कुमारी शैलजा, दीपेंद्र हुड्डा, वरुण मुलाना, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष उदयभान, गीता भुक्कल और प्रदेशाध्यक्ष राव नरेंद्र सिंह ने उनके निवास पर जाकर परिवार से मुलाकात की और शोक संवेदना प्रकट की।
इस हाईप्रोफाइल मामले में परिवार और प्रशासन के बीच गतिरोध जारी है, और मामला लगातार राजनीतिक एवं प्रशासनिक चर्चा का विषय बना हुआ है.
